रांची : लाभ के पद मामले में चुनाव आयोग ने अपना फैसला झारखण्ड के राज्यपाल को भेज दिया है। ख़बरों के अनुसार उनके खिलाफ फैसला आ सकता है और उन्हें इस्तीफा देना पड़ सकता है।
उनके खिलाफ कभी भी फैसला आ सकता है। इसपर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा ” हैं तैयार हम! जय झारखण्ड! संवैधानिक संस्थानों को तो खरीद लोगे, जनसमर्थन कैसे खरीद पाओगे? झारखण्ड के हमारे हजारों मेहनती पुलिसकर्मियों का यह स्नेह और यहाँ की जनता का समर्थन ही मेरी ताकत है।
चुनाव आयोग के पत्र पर सोरेन ने कहा कि ऐसा लगता है कि भाजपा नेता, सांसद और उनके कठपुतली जर्नलिस्टों ने रिपोर्ट तैयार की है। नहीं तो ये सील्ड होती। संवैधानिक संस्थाओं और एजेंसियों को भाजपा दफ्तर ने टेकओवर कर लिया है। भारतीय लोकतंत्र में ऐसा कभी नहीं देखा गया।
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