रांची : झारखण्ड के बोकारो और धनबाद से भोजपुरी, मगही और अंगिका को हेमंत सोरेन सर्कार ने हटा दिया गया है। इससे पहले धनबाद और बोकारो में भोजपुरी, मगही और अंगिका को बाहरी भाषा कहकर लगातार वहां के लोगों के द्वारा विरोध किया जा रहा था और हटाने की मांग की जा रही थी। शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने भी भोजपुरी, मंगही और अंगिका को हटाने के संकेत दिए थे।
उन्होंने ट्वीट कर लिखा “कहा था न ? यह झारखंडियों की सरकार है और यहाँ सिर्फ झारखंडियों की हीं बात सुनी जाएगी। बोकारो और धनबाद से भोजपुरी, मगही को क्षेत्रीय भाषा की सूची से हटा लिया गया है। मुख्यमंत्री श्री हेमंत सोरेन महोदय जी को बहुत बहुत धन्यवाद सह आभार। विरोधियों के नकारात्मक राजनीति को झटके में समाप्त कर दिया है। “
उन्होंने कहा “झारखण्ड की जनता जो कहेगी, झारखण्ड की सरकार वही करेगी।”
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