Ranchi : हिंदुस्तान अखबार में “बिहार निवासी ही बनेंगे राज्य के प्रारंभिक स्कूल में शिक्षक” हेडलाइन से छपी खबर की कटिंग को दिखाते हुए शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने कहा “जब हम यहां का बात करते हैं तो पेट दर्द होने लगता है. जब वहां बिहारी तो यहां झारखंडी क्यों नहीं?”
हम जब बिहार में थे तब 1932 के आधार पर स्थानीय बनता था, खतियान के आधार पर स्थानीय बनता बनता था, अब अलग कैसे हो जाएगा ?
पेपर कटिंग दिखाते हुए उन्होंने पत्रकारों से कहा “आपको प्रमाण के साथ दिखाते हैं कि दूसरे राज्य में क्या-क्या होता है लेकिन जब हम लोग करने जाते हैं तो तरह-तरह की बातें होती है.
जब वह ( बाहरी राज्य) यहां (झारखंड में ) हिस्सा खोजते हैं तो हमको वहां हिस्सा क्यों नहीं.?
मालूम हो कि नई नियमावली के अनुसार झारखंड में नियुक्ति के लिए झारखंड से दसवीं और बारहवीं पास होने को अनिवार्य किया गया है. साथ ही स्थानीय भाषाओं को सम्मिलित किया गया है.
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