गुरुवार को सदन के कार्यवाही के दौरान काफी हंगामा हुआ. झारखंड विधानसभा में इरफान अंसारी को सदन में ही बीजेपी विधायक शशिभूषण मेहता मारने के लिए दौड़े। लेकिन कांग्रेसी विधायक उमाशंकर अकेला ने बीच बचाव किया। अगर कांग्रेसी विधायक उमाशंकर अकेला नहीं रोकते तो मुक्का चल ही गया होता।
दरअसल सदन की कार्यवाही शुरू होते ही इरफान अंसारी के बयान “आदिवासी इतना तेज कैसे हो सकता है” पर बवाल मच गया। मेहता ने कहा कि सदन में कान पकड़कर इरफान अंसारी माफी मांगें। ऐसा नहीं करने पर मैं उनकी ऐसी की तैसी कर दूंगा। मंदिर में जाते हैं, चुनरी ओढ़कर ड्रामा करते हैं, टिका मिटाते हैं। इसके बाद जैसे ही इरफान सदन के अंदर आये, मेहता बांह चढ़ाते हुए इरफान की ओर इशारा करते हुए बोले कि आओ इधर आओ और मारने के लिए दौड़ पड़े। यह सब देख अपने आसन से स्पीकर रबिन्द्रनाथ महतो खड़े हो गए।
शशिभूषण मेहता के रवैय्ये को देखते हुए स्पीकर ने गुस्से में कहा कि सदन अखाड़ा है क्या? मार्शल की ओर इशारा करते हुए कहा कि इन्हें बाहर निकालिए. संसदीय मर्यादा नहीं समझते हैं. खुद को पढा लिखा बोलते हैं और बोलने का तरीका नहीं है।
आदिवासी इतना तेज कैसे हो सकता है” वाले बयान पर इरफान ने माफी मांगी।
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