रांची के लिए आज का दिन ऐतिहासिक दिन है। 8 साल के लम्बे इंतज़ार के बार आखिर आज रांची की जनता को कांटाटोली फ्लाईओवर जो मिल गया है। आज मुख्यमंत्री श्री हेमंत सोरेन ने कांटाटोली फ्लाईओवर का उद्घटान कर राज्य की जनता को तोहफा दिया है। यह फ्लाईओवर रांची के विकास के लिए नई दिशा दिखाएगा। आने वाले समय में यह फ्लाईओवर 5 किमी का हो जायगा जब सिरमटोली मेकॉन फ्लाईओवर इससे कनेक्ट हो जाएगा। मेकॉन से चढ़ कर सीधे कांटाटोली और कोकर पहुँच जायेंगे।
पूर्वी भारत और राज्य में पहली बार सेगमेंटल बॉक्स गर्डर प्रणाली से निर्मित फ्लाईओवर। फॉर लेन और 2250 मीटर लम्बा है फ्लाईओवर। फ्लाईओवर के निर्माण में करीब 225 करोड़ खर्च हुए है। हेमंत सोरेन सरकार ने 5.4.2022 को फ्लाईओवर बनाने का निर्णय लिया और 4.10.2024 को फ्लाईओवर का उद्घाटन किया।
कांटाटोली फ्लाईओवर की योजना रघुवर दास की सरकार के समय बनी थी। जिसमे 900 मीटर फ्लाईओवर बनाने का लक्ष्य रखा गया था जिसकी लगत 42 करोड़ थी। इसपर काम 2017 में शुरू हुआ लेकिन फिर इसकी लम्बाई 1250 मीटर लम्बा किया गया जिसकी लागत 84 करोड़ हो गयी फिर कुछ कारणों से ब्रिज का काम रुक गया।
हेमंत सोरेन की सरकार आई और फिर से डीपीआर बनाया गया और इसकी लम्बाई 2250 मीटर हो गयी और इसकी लागत 225 करोड़ पहुंच गयी।
कांटाटोली फ्लाईओवर के हर बार काम रुकने के कारण कई मेम्स बने लेकिन हेमंत सोरेन सरकार ने फ्लाईओवर बनवा कर ही ठाना। अब लोगों को इसको संभालना है ना की कुछ चुराना है।
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